कच्छ  झरपरा ना रास-गरबा प्रसीद्ध गायक श्री नाथाभाइ गढवि रचीत गौरक्षक सोलंकी विर वछराज नो भाव

*ढाळ=कच्छ नी धरती वाळी रे (गरबो)* 🙏🏻  


घोडे थयेल अस्वार,हाथे तेजेली तलवार वछराज नामे ओळखाय छे..
 इतो दिलनो छे दातार,सरदारोनो सरताज वछराज नामे ओळखाय छे.. 

गाय आपणी मात हेताळी,धरम आपणो बाप एनी रक्षा करे छे
 विर,घोडे थइ अस्वार रुपाळी पाघळी वाळो रे,लागे ए सौने वालो रे वछराज नामे ओळखाय छे.
.
 ब्राह्मणनुं एक साद सांभळी,करी लीधी तैयारी  विजळी ना चमकार आव्या ए रात बनी निराळी 
कसुंबल आंखडी वाळो रे,मोटी मुछे रुपाळो रे  वछराज नामे ओळखाय छे..

 नागनां एतो जेर उतारे,गीतळा एने भावे  हळकायानी लार न हाले,
एटले सौने भावे  रुपाळो राम जेवो रे काम एनो कान जेवो रे वछराज नामे ओळखाय छे.

.  एना परचानो काइ पार न आवे,गण्या ना गणावे रे *नाथो चारण* विनवे दादा,
पांव तारा पखाळे रे वंदन करे वार हजार,दादा फरी धरो अवतार वछराज नामे ओळखाय छे..

  💐 *रचना=नाथाभाइ गढवी*💐 *गाम=झरपरा-कच्छ*  🌹 *टाइपिंग=राम बी.गढवी* 🌹 *नविनाळ=कच्छ* *फोन नं=7383523606*  🙏🏻 *भुलचुक सुधारीने वांचवी* 🙏🏻  💐 *जय विर वछराज* 💐  💐 *वंदे सोनल मातरमं* 💐