चिरजा
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राग- करूं में कुण ने जाए पुकार अंबे मां आप तनो आधार
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मत ना भूले म्हाने मात कुन तो था बिन म्हारो आज ( टेर)
मेहाई देखो मती अवगुण म्हारा काज
पूत कपूत मां आपरो आप ही मां और तात
मत ना भूले म्हाने मात कुन तो था बिन म्हारो आज
सुधि ली जो मां शंकरी सदा रहिज्यों साथ
बालक जान ध्यान मत दीज्यों म्हारी ओछी बात
मत ना भूले म्हाने मात कुन तो था बिन म्हारो आज
मरुधर रा महाराजा मां चहूंदिश था को राज
कृपा करो करुणानिधि था के हाथ म्हारी लाज
मत ना भूले म्हाने मात कुन तो था बिन म्हारो आज
वीरेंद्र बालक आपरो पल-पल जोवे बाट
करे विनती कर जोड़ के दर्शन दीजो आप
मत ना भूले म्हाने मात कुन तो था बिन म्हारो आज
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Post by www.charansahitya.com
वीरेंद्र सिंह पालावत हनुतिया
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राग- करूं में कुण ने जाए पुकार अंबे मां आप तनो आधार
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मत ना भूले म्हाने मात कुन तो था बिन म्हारो आज ( टेर)
मेहाई देखो मती अवगुण म्हारा काज
पूत कपूत मां आपरो आप ही मां और तात
मत ना भूले म्हाने मात कुन तो था बिन म्हारो आज
सुधि ली जो मां शंकरी सदा रहिज्यों साथ
बालक जान ध्यान मत दीज्यों म्हारी ओछी बात
मत ना भूले म्हाने मात कुन तो था बिन म्हारो आज
मरुधर रा महाराजा मां चहूंदिश था को राज
कृपा करो करुणानिधि था के हाथ म्हारी लाज
मत ना भूले म्हाने मात कुन तो था बिन म्हारो आज
वीरेंद्र बालक आपरो पल-पल जोवे बाट
करे विनती कर जोड़ के दर्शन दीजो आप
मत ना भूले म्हाने मात कुन तो था बिन म्हारो आज
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