💐 *हे चारणी सुख कारिणी ब्रह्मचारिणी आये शरण* 💐



🙏🏻🙏🏻🙏🏻 *दोहो* 🙏🏻🙏🏻🙏🏻

करणी भरणी हरणी तुम, वरणी वेद विख्यात
अशरण शरणी अंबिके, नमो धरणी जगमात


🙏🏻🙏🏻🙏🏻 *||| प्रार्थना |||* 🙏🏻🙏🏻🙏🏻


हे चारणी सुख कारिणी, ब्रह्मचारिणी आये शरण
सच्चदानंदे शारदे, मंगलमयी प्रणमे चरण
हे चारणी...

अंबिके आवड आशपूर्णा, है तुम्हारे बाल हम
जगतारिणी अधहारिणी, कुरु प्रणतकी प्रतिपाल तुम
हे चारणी सुख कारिणी....

हम क्यों पतित हो गये जब हो, पतित पावनी मात तुम
हम क्यों अशांत अरु अशुचि जब हो, शांति शुचिदा मात तुम
हे चारणी सुख कारिणी....

पूर्वज सद्‌श निती पथिक हो, मातृ भुमिके भक्त हम
शूरे उदार अरु सत्य वक्ता, अमृतमयी अनुरक्त हम
हे चारणी सुख कारिणी....

द्रढ विर-वृति सबक बनें, अरु पढे शम-दम पाठ हम
अग्नि परीक्षामें अडग बने, पढे संयम पाट हम
हे चारणी सुख कारिणी....

यम यातना हो नर्क दु:ख, कर्तव्य पथ छोडे न हम
दम दम तुम्हारा जप जपें, मर मिटे मुख मोडे न हम
हे चारणी सुख कारिणी....

आशिष उच्चारो अन्नपूर्णे, श्री चरणमें लीन हो मन
हम ह्रदय सिंचो अमृत 'सोनल', प्रेम मयी तो लागी लगन
हे चारणी सुख कारिणी....




💐 *रचना= आइ श्री सोनबाइ मां* 💐



🌹 *टाइपिंग = राम बी गढवी* 🌹
*नविनाळ = कच्छ*
*फोन= 7383523606*


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🙏🏻 *आ रचना चारण भाइ श्री प्रवीणभा मधुडा द्वारा संकलन-संपादन करेल पुस्तक "चारणी शक्ति उपासना" नामनी बुकमांथी टाइप करेल छे भुलचुक सुधारीने वांचवी* 🙏🏻

💐 *वंदे सोनल मातरमं* 💐