🌹🌹🌹 *सोनल ई समझावतां* 🌹🌹🌹


सोनल तणा ई स्नेह नी वातां तमें विचारजो ,
आई तणा आदेश ने ध्यान करे सिर धारजो ,
भूलो नह भवानी तणा आदेश ने अपनावतां ,
नशो जगत नो नाश छे सोनल ई समझावतां !!1!!

अमल करतां ई वात नो आजे सहु अटकाय छे ,
बद गुमानी नर बनेह पंथ अधम नो ई पाय छे ,
गुमावें वातुं ज्ञान नी लाजुं छतां नहीं लावतां ,
नशो जगत नो नाश छे सोनल ई समझावतां !!2!!

मात नी ई वात मांनो चीत मां विचारी चारणों,
मन राजी रहे माजी करवांह पड़शे ई कारणों ,
तक छे तमारा हाथ मां गैलापणें नो गुमावतां ,
नशो जगत नो नाश छे सोनल ई समझावतां !!3!!

स्नेह तणी डोर साथै लोभ बीन मन लावजो ,
आई तणा ई आसरे उर मां हरखाये आवजो ,
चेतावजो नीज चीतने बदकाम थी बचावतां ,
नशो जगत नो नाश छे सोनल ई समझावतां !!4!!

हरी पण जो मात हाथे खांतें मांखण खाय छे ,
मान राखै जो मातनूं जन्नत मां ई तो जाय छे ,
राजी करवां होय राम पेलां मात ने मनावतां ,
नशो जगत नो नाश छे सोनल ई समझावतां !!5!!

लोभ ने नहीं राह लागो तजो ई दौष तमामने ,
ममता स्वरूपा देव मोटी नीत रटो ई नामने ,
हेते समरतां श्रीहरि भजन करो मनभावतां ,
नशो जगत नो नाश छे सोनल ई समझावतां !!6!!

जल्दी सवारे नीत जागे भजो सदा भगवन्त ने,
लायक बनेह पाय लागो साधु सुस्नेही सन्त ने ,
भटके नहीं मन्न भाळो गिरा हरी गुण गावतां ,
नशो जगत नो नाश छे सोनल ई समझावतां. !!7!!

मन मां विचारे मीर मीठा मोटी सहुथी मात छे,
देवां ने पण जन्म देनारी ई जनेता नी जात छे,
मानव भूल्यां जो मात ने रहे पछी पछतावतां,
नशो जगत नो नाश छे सोनल ई समझावतां !!8!!


*मीठा मीर डभाल*