जल भरियो हिबोला खाय तणिया रेशम की


ओ म्हानैं एक बर देशाणै बुलाय
डोकरी डाढ्याली
ओ म्हानै एक बर देशाणै बुलाय
डोकरी डाढ्याली

डाढ्याली मैया प्यारी म्हानैं लागे
मोटोड़ी मायड़ भाली म्हानैं लागै
ओ राखै भगतां नैं लाड लडाय
हां सा... राखै लोवड़ ओट लुखाय
डोकरी डाढ्याली

समरथ मां सांची सुरराई
चारों वेद विमल जस गाई
दुखियां री मां दातार
(दुखियां री तारणहार)
डोकरी डाढ्याली
म्हानै एक बर देशाणै.....

मां थांरै रूप पर वारी जाऊं
निरख निरख बलिहारी जाऊं
चमकत मुख ज्यूं चांद
करनल किनियाणी
म्हानै एक बर देशाणै बुलाय
डोकरी डाढ्याली


सुण सोनीका शुद्ध कंचन घडजे
छत्र अमोलक मैया जी रो जडजे
म्हारी करणी मां छत्राल
डोकरी डाढ्याली
म्हानै एक बर देशाणै..........

ध्यान उघाडो मैया विपदा छायी
प्रांजल री अरजी सुण माई
टालो विपद हाजर
डोकरी डाढ्याली
म्हानै एक बर देशाणै.......

      प्रहलाद सिंह कविया

Post by www.charansahitya.com