जय मोरदादा...
जय मोरदादा शिक्षा चेरिटेबल ट्रस्ट ववार गाँव का सपना लंबे समय से यह है कि ववार गांव की विधवाओं को ,जो अपने परिवार की आजीविका के लिए सख्त तनाव में रहना पड़ता है, आत्मनिर्भर हो जाएगी तब अपने स्वयं के गांव में कुछ अच्छा रोजगार प्राप्त कर सकती हैं।
हम एक साल से सोच रहे हैं लेकिन हमें ऐसी सेवाओं के लिए सही समय तक का इंतजार करना होगा! और दृढ़ इच्छा शक्ति और निस्वार्थ सेवा की भावना होने पर कोई भी कार्य असंभव नहीं है।
हमारी टीम JMECT पिछले एक महीने से इस भागीरथ कार्य में बहुत सक्रिय है। मोरदादा की कृपाद्ष्टि से श्रीमती रिंकुबेन राठौड़ (उप खंड अधिकारी (नायब सेक्शन अधिकारी,गांधीनगर) ने हमारे गाँव का दौरा किया
उस दिन, हमने विधवा बहनों को रिंकूबहेन से मिलाया और उन्होंने एक महिला गृह उद्योग शुरू करने के लिए कहा। बहनों ने खुशी व्यक्त की और उनके उत्साह को देखते हुए, हम भी जल्द ही इस काम को शुरू करने के लिए तैयार थे, लेकिन हमें भविष्य में और महान लोगों की जरूरत है। हम, मानेकभाई (अध्यक्ष जेएमईसीटी), बाबूभाई, नारनभाई और मैं
बहन रिंकुबेन से मिलने गांधीनगर पहुँचे, तो हमारा परिचय श्री योगेन्द्रभाई गढ़वी साहेब (अहमदाबाद) से हुआ, जो शुरू से ही शिक्षा के कार्य में हमारी मदद कर चुके हैं । कच्छ में उनका कार्य मैन इंडस्ट्रीज (खेडोइ)अंजार में एचआर मैनेजर का था।
योगेन्द्र साहेब का तत्काल फोन आया कि आपको दोपहर में हमारे यहाँ भोजन करना है और आपको वैसे भी आना है! जब हम साहेबश्री के घर अहमदाबाद पहुँचे, तो हमने श्रीमती प्रीतिबेन योगेन्द्रभाई गढ़वी से मुलाकात की और उन्हें हमारे ट्रस्ट के काम के बारे में बताया और कहा की हमें अपने गाँव की बहनों के लिए कुछ करना होगा। इतना सुनते ही प्रिंतिबहन ने कहा ते मुझे आप के गाँव से कार्य शुरू करना है! हमारे उत्साह को पार नहीं रहा जब प्रितिबहन ने हमें *CGIF* के बारे में बताया।
हमने अभी CGIF का नाम सुना है। हमें बाकी काम के बारे में कोई जानकारी नहीं थी। दीदी ने हमें श्री राजाभाई रूदाच के बारे में जानकारी दी। जो मैनेजिंग डायरेक्टर है इस संस्था के और बहोत जल्द कच्छ आकर मिलने का वादा किया।
अहमदाबाद से हम गाँव लौटे और वे सभी अपने काम में व्यस्त थे।
प्रीतिबेन को फोन आया और उन्होंने राजाभाई से बात करने के लिए कहा। मैंने साहेब से बात की। उनके विचार सुनकर मैं बहुत खुश हुआ । किसी यात्रा का विचार नहीं था! बहन का फोन आया कि हम योगेन्द्रभाई गढ़वी साहब, राजाभाई और बेटी हीरल के साथ कच्छ आ रहे हैं! !
इस प्रकार, 15-12-2020 को शाम 5 बजे, श्री राजाभाई रूदाच साहब (एमडी सीजीआईएफ), योगेंद्रभाई गढ़वी साहेब, प्रीतिबेन गढ़वी और हीरलबेन गढ़वी हमारे ट्रस्ट के शिक्षा कक्षा में पहुंचे और गांव की विधवाओं और युवाओं को उपस्थित होने के लिए कहा।
श्री मानेकभाई द्वारा पिछले ढाई साल से JMECT के कार्य के बारे में गणमान्य व्यक्तियों को जानकारी देने के बाद, ट्रस्ट के अध्यक्ष, मैंने (मेघराज) ने गणमान्य व्यक्तियों का परिचय दिया और श्री राजभाई रूदाच साहब ने संक्षिप्त रूप से सीजीआईएफ के बारे मे जानकारी दी। उन्होंने कहा कि जेएमईसीटी और सीजीआईएफ भविष्य में किसी भी तरह से एक साथ काम कर सकते हैं और हमारी उपस्थिति की जहां भी रहने की जरूरत हो और निकट भविष्य में सीजीआईएफ का केंद्र ववार गांव में होंगा।
प्रितिबेन द्वारा बताया गया कि इन ज़रूरतमंद विधवा महिलाओं को किस प्रकार से काम दे सकते है और साथ साथ गृह उद्योग की मार्केटिंग की संपूर्ण ज़िम्मेदारी से लेकर भविष्य में अहमदाबाद ट्रेड फ़ेस्टिवल द्वारा इन महिलाओं को सराहना मिले ऐसा कार्य सीजीआइएफ के साथ मिलकर करने का भरोसा दिया बाद में बेटी हिरलने भी हमारे काम की प्रशंसा की
अंत मे लोकसाहित्यकार श्री धनराजभाइ एवं हरिभाइ द्वारा प्रस्तुत डायारा में साहित्यका आनंद लिया ।
उसके दो दीन बाद मुंबई के सुमित्राबेन गढ़वी (निर्देशक (डायरेक्टर-सीजीआईएफ) के साथ एक टेलीफोन पर बातचीत हुई और उन्होंने फोन कहा कि हम इस भागीरथ कार्य में जहां भी उनकी जरूरत है, हमारे साथ हैं और इस विचार की बहुत सराहना की।
हमारी भावनाओं का सम्मान करके आपने बहुत कम समय में हमें जो समर्थन दिया है, उसे हम कभी नहीं भूलेंगे और हमें विश्वास है कि भविष्य में हम सभी एक साथ काम करने वाले आगे आएंगे और चारण समाज के ऐसे जरूरतमंद विधवा महिला तथा चारण परिवारों के आर्थिक और सामाजिक क्षेत्रों में मदद करेंगे। ।
जय माताजी .... जय मोरदादा...
- मेघराज गढ़वी (ववार-कच्छ)
ट्रस्टी
जय मोरदादा शिक्षण चेरिटेबल ट्रस्ट
ववार कच्छ गुजरात
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