!! करणी करा करणी ऐसी !!

करणी करा मम् करणी ऐसी,
हम अपनी करणी से तर जाये
झुके शिश ना निज करणी से,
भव सागर से पार उतर जाये

आंसू बहे ना मेरी करणी से,
कोई गिला शिकवा ना हो जाये
करणी करा ऐसी शुभ करणी,
रात को सुख निंद मे सो पाये

नर सेवा नारायण सेवा धारकर,
करणी जग में मेवा पा जाये
गो ब्राह्मण हित मानकर अपना,
करणी अन्तं में मुक्ती पा जाये

सेवा का संकल्प लेकर करणी,
जन जन की आशिष पा जाये
मन में कभी अभिमान ना आवे,
करणी ऐसा जीवन जी जाये

अज्ञान ईष्या मिटे सभी जन का,
नफ़रत की ये दिवारे ढह जाये
करणी महर करना तुम अपनी,
"मानस"दिलो में जिदां रह जाये

✍️ मेघराज सिंह लुणासर 🙏
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