*वीर शहीद मानशी गढवी*
लांस नायक "मानशी गढ़वी", १२ महार रेजिमेंट के एक वीर जवान जिन्होंने २२ सितम्बर २००४ काश्मीर के पुंज में अचानक हुए एक आतंकवादी हमले में लड़ते हुए शहीद हुए थे।
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Veer sahid manshi gadhvi |
"प्रारम्भिक जीवन"
मानशी गढ़वी का जन्म १४ फ़रवरी १९७९ के दिन कच्छ के जरपरा गांव में एक गढ़वी परिवार में हुआ था। उनके पिताजी का नाम राजदे गढ़वी और उनकी माताजी का नाम
सुमाबाई गढ़वी था, उन्होंने अपना प्रारंभिक शिक्षण समाघोघा गांव में पूर्ण किया था, ओर ११ वी तक का शिक्षण उन्होंने मुंद्रा की आर,डी, स्कूल में पूर्ण किया था।
"सैन्य वृत्ति"
बचपन से ही मानशी के मन में राष्ट्र के लिए कुछ कर गुजरने
की भावना थी इसी के चलते मानशी अपना ११ वी का शिक्षण पूर्ण कर भारतीय सैन्य में भर्ती हो गए।
"सर्वोच्च बलिदान"
१२ महार रेजिमेंट में अपना कर्तव्य निभाते मांनशी उन दिनों कश्मीर के पुंज जिले में अपनी फर्ज निभा रहे थे। २२ सितम्बर २००४ को उनको रेडियो पे एक संदेश मिलता है कि कुछ आतंकवादी तेजी से उनकी छावनी की और बढ़ रहे हैं, जब तक वे अपनी प्लाटून के साथ तेईयार हो रहे थे तभी अचानक हमला हो गया, ओर उस मुठभेड़ में आतंकियों से लड़ते हुए मांनशी ने देश की रक्षा के लिए अपने प्राण न्यौछावर कर दिए।
Post by Samra Gadhvi
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