🚩🖊
इन्द्र अम्बा खूङद रा दरश कराओ । म्हने बेगा बेगा खूङद बुलाओ ।।टेर।। ••••
नैण पियासे कळपत काया तनपर आळस छायो ।
गाऊं झुरावो मात इन्द्र रो मन री त्राश मिटाओ ।।१।।
बिलख रियो है टाबर थारो मन मे धीर बंधावो ।
मढ खूङद रा दरश करावो मन उलझन सुलझाओ ।।२।।
सज सिणगार सगत्यां रे सागे राश रमण ने आवो ।
खणकत कंगन झणकत पायल माधुरी राश रसावो ।।३।।
चरणकमल री भक्ति देवो नैणा री प्यास बुझाओ ।
उमङे हिये मे हेत रा बादळ अब तो दरश दिराओ ।।४।।
सांवल शरण आपरी आयो मन म्हारो सरसाओ ।
अवगुण म्हारा माफ करो माँ आनन्द आप बगसाओ ।।५।।
इन्द्र अम्बा •••••• ------------------------------------------ पप्पू दान चारण (सांवल दान ) देशनोक 🙏🚩🚩
Post by - samra gadhvi
इन्द्र अम्बा खूङद रा दरश कराओ । म्हने बेगा बेगा खूङद बुलाओ ।।टेर।। ••••
नैण पियासे कळपत काया तनपर आळस छायो ।
गाऊं झुरावो मात इन्द्र रो मन री त्राश मिटाओ ।।१।।
बिलख रियो है टाबर थारो मन मे धीर बंधावो ।
मढ खूङद रा दरश करावो मन उलझन सुलझाओ ।।२।।
सज सिणगार सगत्यां रे सागे राश रमण ने आवो ।
खणकत कंगन झणकत पायल माधुरी राश रसावो ।।३।।
चरणकमल री भक्ति देवो नैणा री प्यास बुझाओ ।
उमङे हिये मे हेत रा बादळ अब तो दरश दिराओ ।।४।।
सांवल शरण आपरी आयो मन म्हारो सरसाओ ।
अवगुण म्हारा माफ करो माँ आनन्द आप बगसाओ ।।५।।
इन्द्र अम्बा •••••• ------------------------------------------ पप्पू दान चारण (सांवल दान ) देशनोक 🙏🚩🚩
Post by - samra gadhvi
0 Comments
Post a Comment