आवड़ खोड़ल सैणल अम्ब।
जय हो राजल देवल जगदंब।
नमस्कार कर करणी नाम।
सुबह उठता करो प्रणाम।
जेत राव जितायो जंग।
गरजतो सिंह चिरयो गंग।
सदा राठोड़ां रहीज संग।
रंग मां करणी सगती रंग।
करणी किया जग मे काज।
रिड़मल राव ने दियो राज।
कान्धल संग रही मां करणी।
बावन युध मे किरत वरणी।
जग सगलै रा तीरथ जांण।
दर्शन करतां मिले देशांण।
विदग फतू करत वखांण।
करजे भली मां किनीयांण।
(सुप्रभात खेतदान बारहठ भादरेश जय श्री आवड़ करणी सैंणल माता जी की )
🙏 🙏 🚩 🚩 🌹 🌹 🐀🐀🌼🌼🐤🐤☝☝
0 Comments
Post a Comment