Showing posts from January, 2020Show all

चिरजा(17)-फाल्गुनी धमाल श्री लूंग माँ री तर्ज- रंग रूङो रे राठोङा थारी महफिल रो

रंग ऊङे रे वलधरा वाली धाम हालो रे । रंग ऊङे रे ।।टेर।।  सिंह री असवारी माता लूंग माँ बिराजे रे ।  काबरा कूकरिया काळा रे गौरा रे ।।   रंग ऊङे रे••…

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में चारण हुं

मैं देवी पुत्र कवि,ज्ञान की छविकलम का वारण हूँ, मैं चारण हूँ |  मैं देवी पग का दास,दिव्य नर खासशारदे धारण हूँ मैं चारण हूँ |  मैं तलवारों की धार,शब्द …

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चारण देवीयां

चारण देविया   सेणी जी लालस जाति की चारणी गुजरात की काछेला वेदा जी की पुत्री थी ! अपनी बाल्य अवस्था मे हिमालय जाकर अपना लोकिक शरीर त्याग दिया था ! वीझ…

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आप पधारों आवडा, दुजों लिए अवतार।

🙏🌹🌹🙏 *दोहें जगदम्बा के*🙏🌹🌹🙏   आप पधारों आवडा, दुजों लिए अवतार।   गान अब तोरे गाऊं,,करज्यों न इणकार।।१।।   शक्ति हिगलाज सरूपा, सेवग…

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चिरजा- (श्री इन्द्र बाईसा रो झुरावो )

🚩🖊 इन्द्र अम्बा खूङद रा दरश कराओ । म्हने बेगा बेगा खूङद बुलाओ ।।टेर।। •••• नैण पियासे कळपत काया तनपर आळस छायो । गाऊं झुरावो मात इन्द्र रो मन री…

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मात सोनल सूंणे अर्ज मारी ( maat sonal sune arj mari)

महा शक्ति सिरां मोड तुं मोड मा, जोडमां जुनांणे ज्योत जगती   मात मढडा महा सारणां मेवती, सेवती सत्य नो धरम सगती  खुदाने मात तुं खेलवे खोळले, भाळीय…

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जय मां करणी..... एक रचना..... *क.... ख... ग... घ....ड़..... क्रमशः( karni maa ki chirja)

*काल गती ना छू सकै, काट न सकै करोत*  *जो करणी मां को भजै, मार न पावै मौत।*   *खडग खप्र कर धारणी, सिंह चढी गरणाय.।*  *आवै चपला वेग सै, सेवग …

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प्रह्लाद सिंह कविया प्रांजल ( prahladsinh kavia)

मद पीवो मत मानवी,मिनख जूण अनमोल  जोबण, धन ,जस डूबसी,चौड़ी आसी पोल  चौड़ी आसी पोल ,बिकै घरबार जवानी  मूंछडल्या रो ताव, करा दे पाणी पाणी      बोतल बै…

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Shree karni maa ri arti (श्री करणी मां री आरती ।)

श्री करणी मां री आरती ।   आरत पाळण अम्ब , किरपे सुत मात  करणी ।  जतन करे जगदंब , जय जय सत जगत जरणी ।(१)            ।। आरती ।।   जय जय जग स…

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