🚩✍  ॐ करणी मंगलम ✍🚩  

कोरोना निवारण के लिए माँ से   40 दोहो मे प्रार्थना  

 आज चौदस है सभी एकबार माँ से प्रार्थना जरूर करे ।

  साँवल दान देपावत- देशनोक 🙏🚩🚩

कठे गया माँ करनला अम्बा सुणो आवाज । 
भारत पर भारी पङे ओ कोरोना आज ।।१।।  
आवो अम्बा ईश्वरी मेटण ने माँ जाळ । 
दूरकरो इण देश सूं कोरोना रो काळ ।।२।।  
थर्थर कांपे सुत थारा दुबक्या घर मे देख । 
बेगाआओ बीसहत्थी भल धर चंडी भेष ।।३।।  
कर जोङ्यां विनती करूं अंबा करूं अलाप । 
केहर चढ माँ करनला ओ दुख मेटो आप ।।४।। 
 कोरोना रे रोग रो अब तक नाय इलाज । 
मदद करो माँ मेहजा आतुर आवो आज ।।५।।  
भेळा रहियो भगवती सुमिरे सब संसार ।
 पात पुकारे प्रेम सूं अम्ब नाम आधार ।।६।। 
 करजोङ्यां करणी रटूं अम्ब करूं आह्वान । 
चित मे धरज्यो चारणी करूणा सुणज्यो कान ।।७।।  
ओ अलबेलो आवियो भारत ने भरमाय । 
कोरोना रे कहर सूं थरथर सब थरराय ।।८।।  
हेलो सुण माँ हिंगला आवङ करनल आय । 
दया करो माँ दास पर सब री करो सहाय ।।९।।  
कोरोना रे कलंक ने मेटो थे महमाय ।
 सुखरी बरषा सैणला बहुतायत बरसाय ।।१०।। 
 इणजग मे नह और को जोर चले जगदम्ब ।
 हुकुम आपरो ही चले भला करो भुजलम्ब ।।११।  
अठे काळ भी आवतो सोच करे सौ बार । 
किकर आयो कोरोना भारत भू इणबार ।।१२।।
  रिधू रूखाळी राखज्यो देश आपरो देख ।
 दया धर्म दिल धारणी आखूं माँ आलेख ।।१३।।  
डाल डाल पर दीसतो कोरोना रो काल ।
 पात पात चढ पटकज्यो जग रो माँ जंजाल ।।१४।।  
करणी कछु करणी करो मेटो दुख मंमाय । 
मात बचाओ मुलक ने सिंह चढो सुरराय ।।१५।। 
 देवी थारे देश मे बाळ न बांको होय । 
जठे बिराजे जोगणी हरदम आनन्द होय ।।१६।। 
 देशाणा री डोकरी माढ धरा री माय । 
आवो बेगा अंबिका साय करो सुरराय ।।१७।।  
खूङद मढ मे खेलता अन्दाता इन्द्रेश । 
अबखी माही आवज्यो भैरव ले भूपेश ।।१८।। 
 झाझ तिरायो झगङू रो अणदो काढ्यो आय ।
 माँ कोरोना मेटज्यो सारा करो सवाय ।।१९।। 
 अर्ज करूं माँ आपने मेट कोरोना माय । 
आफत मेटो ईश्वरी भारत देश बचाय ।।२०  
भोळी जनता भारत री भूल रही सब भान ।
 कोरोना रो भय कढा मात रखावो मान ।।२१।। 
 आफत आई चीन सूं सुणो इन्द्र सरकार ।। 
कोरोना ने काढज्यो भारत भू सूं बार ।।२२।।  
दीसे सारे देश मे फैली पाँव पसार ।
 मेटो दुखङा मावङी आवो मेह दुलार ।।२३।। 
 मंदी आई मोकळी बंद पङिया बाजार ।
 मजदूरां रे मावङी पङसी किंया पार ।।२४।।  
पावन भारत भोम रा सुमिरे सारा लोग । 
कानां सुणकर करनला मेटो मात कुरोग ।।२५।।
  अंबनाम मुख ऊचरूं जपूं तिहारो जाप । 
मात सुणो मेहासदु देशाणा धणियाप ।।२६।।  
विपदा छाई वतन पर मेटो मेह दुलार । 
मढ मे बैठा मावङी आप करो उपचार ।।२७।।  
अर्जी पर अर्जी करूं अन्दाता इन्द्रेश । 
आय बचाओ ईश्वरी भू भारत रो देश ।।२८।। 
 अहिपत महिपत सुरपति सदा निवावे सीस । 
जगदम्ब जूनी जोगणी अंब देय आशीष ।।२९।।  
रिधू माँ राजी रहो करो कोरोना दूर । 
कृपा करज्यो करनला सुत पर माँ भरपूर ।।३०।।
  आदि भवानी आवज्यो संकट इण सुरराय ।
 जंग जितावो जोगणी देशाणा री राय ।।३१।।
  किणने कहूं माँ करनला कुटुम्बकबिला माय । 
सबकुछ समझूं आपने अबखी मेटण आय ।।३२।।  
और नही है आसरो एक ठिकाणो आप । 
सखा स्नेही सब कुछ ही बीस हत्थी माँ बाप।।३३।।
  लाल धजाळी लाज रख मेट कोरोना माय । 
पात कारण परमेश्वरी अबखी माही आय ।।३४।।  
करजोङ्या अर्जी करूं सुणो इन्द्र सरकार । 
अटल भरोसो आपरो आप रिधू अवतार ।।३५।। 
 जगत पुकारे जोगणी मन सांचे महमाय । 
हेले आवो हिंगळा सिंह चढो सुरराय ।।३६।।  
करनादे आगे करूं पल पल यही पुकार । 
मेट कोरोना मावङी अंबा आय ऊबार ।।३७।।  
परवाङा अणपार माँ मेहाई जग माय । 
बीस भुजाली वेग से इकबर औरूं आय ।।३८।। 
 भैरव दोनो भूपाला आवङ माँ इन्द्रेश ।
 साद सुणंता आवज्यो काटण कष्ट क्लेश ।।३९।।
  दोनो भाई दौङता आज्यो अरजी मान ।
 आफत सूं ऊबारज्यो सुमिरे साँवल दान ।।४०।। ---------------------------------------------------                 
   सोरठा  करणी जी री कार काढ कोरोना वास्ते । 
बीस हत्थी रो वार झेल सके नही दुष्ट ओ ।। -------------------------------------------------- 
साँवल दान देपावत (पप्पू दान) देशनोक 🙏🚩🚩🚩